Yunhi Tum Mujhse Bat Karte Ho Lyrics in Hindi
यूँही तुम मुझ से बात करती हो
या कोई प्यार का इरादा है
अदायें दिल की जानता ही नहीं
मेरा हमदम भी कितना सादा है
रोज आती हो तुम खयालों में
ज़िन्दगी में भी मेंरी आ जाओ
बीत जाये ना ये सवालों में
इस जवानी पे कुछ तरस खाओ
हाल-ए -दिल समझो सनम
कहेंगे मुंह से ना हम
हमारी भी कोई मर्यादा है
यूँही तुम मुझ से बात करती हो..
भोलेपन में है वफा की खुशबू
तुझ पे सब कुछ ना क्यों लूटाऊ मैं
मेरा बेताब दिल ये कहता है
तेरे साये से लिपट जाऊं मैं
मुझ से मेल तेरा
ना हो एक खेल तेरा
ये करम मुझ पे कुछ ज्यादा है
यूँही तुम मुझ से बात करती हो...
बन गयी हो मेरी सदा के लिए
या मुझे यूँही तुम बनाती हो
कही बाहों में ना भर लूँ तुमको
क्यों मेरे हौसले बढाती हो
हौसले और करो
पास आते ना डरो
दिल ना तोड़ेंगे अपना वादा है
यूँही तुम मुझ से बात करती हो....
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