Tu Pyar Hai Kisi Aur Ka Lyrics
तू प्यार है किसी और का,
तुझे चाहता कोई और है
तू पसंद है किसी और की,
तुझे माँगता कोई और है...
कौन अपना है,
क्या बेगाना है
क्या हक़ीकत है,
क्या फसाना है
ये जमाने में किसने जाना है
तू नज़र में है किसी और की,
तुझे देखता कोई और है....
प्यार में अक्सर ऐसा होता है
कोई हँसता है,
कोई रोता है
कोई पाता है,
कोई खोता है
तू जान है किसी और की,
तुझे जानता कोई और है...
सोचती हूँ मैं चूप रहूँ कैसे
दर्द दिल का ये मैं सहूँ कैसे
कश्मकश में हूँ ये कहूँ कैसे
मेरा हमसफ़र बस एक तू,
नहीं दूसरा कोई और है....
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