Kanjoos Lyrics in Hindi
जेब में ना हाथ डाले दूसरों का माल खाले
खर्चे सुनके खाँसने लग जाये रे
चाय में जो मक्खी जो गिरे
मक्खी चूस के निकाले
चाहे किसी और की हो चाय रे
आँसू बचाने के लिए करे नही क्राई
ओके वाले टेक्स्ट को भी के में ही निपटाए।।।
अकल कितनी हो अकल कितनी
अकल कितनी हो खर्च करे कंजूस है...
हो रोटी पानी घर के लिए जेल चला जाएगा
मुफ्त में जाने को मिले हेल चला जायेगा
हो रोटी पानी घर के लिए जेल चला जाएगा
मुफ्त में जाने को मिले हेल चला जायेगा
सोच के ये घर में कभी करता नही रोशनी
लालटेन चलेगी तो तेल चला जायेगा
हाय घर पे भी जो बुलाता है
मेहमानों को खिलता है
शक्कर चावल दूध बिना खीर हो
अगर हुआ मर्ज कहीं पैसा करे खर्च नही
ताकि साला बन सके अमीर वो
आँसू बचाने के लिए करे नही क्राई
ओके वाले टेक्स्ट को भी के में ही निपटाए...
अकल कितनी हो अकल कितनी
अकल कितनी हो खर्च करे कंजूस है.....
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